Sad Poetry in Urdu - Urdu Poetry

 خود  کو کھونے  کا پتا ہی نہ چلا

کسی کو پانے کی یوں انتہا کر دی 

वह खुद को खोना नहीं जानता था
यह करने के लिए अच्छी बात है, और यह वहाँ समाप्त होना चाहिए

Khud Ko Khony Ka Pata Hi Na Chala
Kisi Ko Pany Ki Youn Intha Ker Di